आज हम मोगरे (Mogra Plant) के पौधे के बारे में बात करेंगे, जो दक्षिण एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया का मूल निवासी है। यह फिलीपींस का राष्ट्रीय पुष्प है और संस्कृत में इसे ‘मालती’ और ‘मल्लिका’ के नाम से जाना जाता है। मोगरा एक भारतीय पुष्प है, जिसका लैटिन नाम ‘जैस्मिनम सेमलेस’ है। मोगरे का फूल अत्यंत सुगंधित होता है।
भारत में Mogra का पौधा बहुत प्रिय होता है क्योंकि इसके फूल बहुत सुंदर और सुगंधित होते हैं। इसके सफेद फूलों का उपयोग अक्सर पूजा और त्योहारों में किया जाता है। Mogra Plant लगाना और उसकी देखभाल करना भी सरल है। आमतौर पर यह गर्मियों में अच्छी तरह से फूलता है, लेकिन कई बार पोषक तत्वों की कमी के कारण इसमें फूल ठीक से नहीं आते हैं।
हम आपको कुछ ऐसे तरीके बताने जा रहे हैं, जिनका उपयोग करके आप अपने पौधे में आसानी से अच्छी फ्लॉवरिंग कर सकते हैं। तो चलिए, समझते हैं –
मोगरे का पौधा न केवल अपनी सुंदरता के लिए बल्कि अपनी सुगंध के लिए भी पसंद किया जाता है। इसकी सुगंध से आपका घर और बगीचा महक उठेगा, जिससे एक मनमोहक वातावरण बनेगा। सही देखभाल और नियमित ध्यान देने से, आप अपने मोगरे के पौधे से भरपूर और सुगंधित फूल प्राप्त कर सकते हैं।
Also Read This : Blooming Brilliance: Reviving Orchids After Flower Loss with Dual Methods
चायपत्ती एक बहुत ही अच्छी खाद का काम करती है जो हम सभी के घर में आसानी से उपलब्ध रहती है। यह नाइट्रोजन का बहुत ही अच्छा स्रोत है, जो पौधों को हरा-भरा रखने में मदद करता है। इसका उपयोग 15 दिन में एक बार जरूर करें।
नींबू में फास्फोरस, पोटेशियम और कैल्शियम जैसे तत्व बहुत अधिक मात्रा में पाए जाते हैं, जो पौधों के लिए बहुत ही लाभदायक होते हैं। एक गिलास पानी में नींबू के छिलकों को रात भर के लिए छोड़ दें, फिर उस पानी को छानकर बराबर मात्रा में पानी मिलाकर पौधों में डालें। इस मिश्रण का उपयोग भी 15 दिन में एक बार करें।
Also Read This : मनी प्लांट के पौधे में 4 रूपये की यह सफेद चीज डालने से पौधा बिल्कुल हरा-भरा हो जायेगा
कॉफी की माड़ में नाइट्रोजन और अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व होते हैं जो मोगरे के पौधे की वृद्धि में मदद करते हैं। इसे पौधे की मिट्टी में मिलाएं और हर 15 दिन में इसका उपयोग करें।
अंडे के छिलकों में कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है, जो पौधे की जड़ों को मजबूत बनाने में सहायक होती है। अंडे के छिलकों को पीसकर मिट्टी में मिलाएं।
केले के छिलके में पोटेशियम और फॉस्फोरस प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो फूलों के विकास के लिए आवश्यक होते हैं। केले के छिलकों को काटकर मिट्टी में मिलाएं या पानी में भिगोकर पौधों को पानी दें।
Also Read This : Leaf Compost: How to Create 10x Powerful Fertilizer in Just 30 to 40 Days!
मोगरे के पौधे के लिए आप इन घरेलू उर्वरकों का उपयोग कर सकते हैं। ये सभी सामग्री मोगरे के पौधे को जरूरी पोषण देने में मदद करती हैं। इन्हें पौधे की मिट्टी में मिलाकर आप पौधे की वृद्धि और स्वास्थ्य में सुधार कर सकते हैं। सही देखभाल और नियमित पोषण से मोगरे का पौधा सुंदर और सुगंधित फूलों से भर जाएगा, जिससे आपका बगीचा खिल उठेगा।
कंटोला, जिसे ककोड़ा भी कहते हैं, एक लोकप्रिय पौष्टिक सब्जी है जिसकी खेती पूरे भारत…
तुलसी का पौधा एक ऐसा पौधा हो जो लगभग भारत देश में रहने वाले हिन्दू…
भारत, जो विविधता और प्राकृतिक समृद्धता के लिए विख्यात है, यहाँ के वनस्पति जीवन का…
मानसून की बारिश न सिर्फ धरती को हरा-भरा कर देती है, बल्कि यह गुड़हल के…
गुलाब (Rose) के फूल को कौन नहीं जनता यह पौधा अपनी सुंदरता और खुशबू के…
सर्दियों के दिनों में अदरक वाली चाय का स्वाद ही कुछ और होता है जो…