Growing bottle gourd from seeds
लौकी, जिसे अंग्रेजी में Bottle Gourd कहा जाता है, लौकी सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद मानी जाती हैं। यह रसोई का एक महत्वपूर्ण हिस्सा भी है। इसे विभिन्न प्रकार की रेसिपीज़ में उपयोग किया जाता है जैसे सब्जी बनाना या फिर कोफ्ते या गर्मियों में लौकी का रायता लोगों को बेहद पसंद आता है इसके साथ यह स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद है। लौकी बाजार में बहुत ही आसानी से मिल जाती हैं लेकिन लौकी को कई सारी केमिकल्स या इंजेक्शन लगाकर तैयार किया गया रहता हैं जो सेहत को फायदे के बदले नुकसान पहुंचा सकता हैं।
आज हम आपको बताएंगे कि कैसे आप केवल 4 से 5 दिनों में लौकी को बीज से उगा सकते हैं, वो भी एक नए और आसान तरीके से। ऐसे में अगर आप फ्रेश और ताजी लौकी की सब्जियां खाना चाहते हैं तो आप अपनें बालकनी में ही इन टिप्स को फ्लो करके लौकी उगा सकते हैं। तो आइए जानते हैं लौकी के बीज को कैसे उगाना हैं? और कैसे आप मात्र 4 से 5 दिनों के अंदर ही लौकी के बीज को अंकुरित करा के पौधें तैयार कर सकते हैं।
सबसे पहले हम लौकी उगाने के लिए आवश्यक सामग्री के बारे में बताते है जो लौकी उगाने के लिए लगेगी
लौकी के बीज: अच्छे और स्वस्थ बीज का चयन करें। आप इन्हें स्थानीय नर्सरी या ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं।
गमला या पॉट: बीज को उगाने के लिए एक अच्छे साइज़ का गमला चुनें।
मिट्टी: पौधों के लिए उपयुक्त मिट्टी का चयन करें। मिट्टी में कम्पोस्ट या वर्मीकम्पोस्ट मिलाना चाहिए।
पानी: बीजों को उगाने के लिए नियमित रूप से पानी की आवश्यकता होती है।
स्प्रे बॉटल: पौधों पर पानी स्प्रे करने के लिए।
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सबसे पहले, बीजों को रातभर पानी में भिगो दें। यह प्रक्रिया बीजों को अंकुरित होने में मदद करती है और उन्हें जल्दी उगने में सहायता करती है।
मिट्टी की तैयारी: गमले में अच्छी गुणवत्ता की मिट्टी भरें। मिट्टी में थोड़ा कम्पोस्ट मिलाएं ताकि पौधे को प्रारंभिक पोषण मिल सके।
बीज बोना: बीजों को गमले में करीब 1-2 सेंटीमीटर गहरा बोएं। ध्यान रखें कि बीजों को एक निश्चित दूरी पर बोएं ताकि पौधों को बढ़ने के लिए पर्याप्त जगह मिल सके।
पानी देना: बीज बोने के बाद मिट्टी को हल्का सा पानी दें। स्प्रे बॉटल का उपयोग करके मिट्टी को गीला करें, लेकिन ध्यान रखें कि ज्यादा पानी न दें।
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प्रकाश: गमले को ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त धूप आती हो। लौकी के पौधों को अच्छी वृद्धि के लिए रोजाना कम से कम 6-8 घंटे की धूप की आवश्यकता होती है।
पानी: मिट्टी को हमेशा हल्का नम रखें। पौधों को नियमित रूप से पानी दें, लेकिन पानी का जमाव न हो इसका ध्यान रखे।
तापमान: लौकी के पौधों को उगाने के लिए 25-30 डिग्री सेल्सियस तापमान अच्छा होता है। यदि तापमान बहुत ज्यादा या बहुत कम हो, तो लौकी के पौधों की वृद्धि में प्रभाव पद सकता है।
खाद: हर 10-15 दिन में पौधों को तरल खाद ( 4 DIY Organic Fertilizers: Easy Recipes for a Thriving Garden ) या जैविक खाद दें। इससे पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलेंगे और उनकी वृद्धि तेज होगी।
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मल्चिंग: मिट्टी के ऊपर सूखी घास या पत्तियों की परत बिछाएं। इससे मिट्टी की नमी बनी रहती है और खरपतवार की वृद्धि कम होती है।
सहारा: जब पौधे थोड़े बड़े हो जाएं, तो उन्हें सहारा देने के लिए बांस की छड़ी या कोई अन्य सहारा दें। इससे पौधे सीधा बढ़ते हैं और उन्हें फैलने में मदद मिलती है।
कीट नियंत्रण: पौधों पर कीटों का प्रकोप न हो, इसके लिए समय-समय पर नीम का तेल या जैविक कीटनाशक का उपयोग करें।
बीज बोने के 3-4 दिनों में ही अंकुर निकलने लगेंगे। इस समय पौधों को अतिरिक्त ध्यान और देखभाल की आवश्यकता होती है। अंकुरण के बाद पौधों में पहली पत्तियां निकलेंगी। यह संकेत है कि पौधे स्वस्थ हैं और अच्छी तरह से बढ़ रहे हैं। पौधों की नियमित देखभाल और खाद देने से वे तेजी से बढ़ते हैं। समय-समय पर उनकी शाखाओं को छांटते रहें ताकि वे घने और स्वस्थ बनें। लगभग 2-3 महीनों में पौधों में फूल आने लगेंगे और उसके कुछ समय बाद फल भी लगने शुरू हो जाएंगे।
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लौकी को बीज से उगाना एक अच्छा और मजेदार प्रक्रिया है। यह न केवल आपको ताजे और स्वस्थ सब्जी प्रदान करता है, बल्कि आपके बगीचे में हरियाली और सुंदरता भी जोड़ता है। इस आसान और नए तरीके से आप केवल 4 दिनों में ही लौकी के पौधे उगा सकते हैं और जल्द ही उनकी फसल का आनंद ले सकते हैं। तो क्यों न आज ही इसे आजमाएं और अपने बगीचे में ताजगी और सेहत का एक नया अध्याय जोड़ें।
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